जीते भी तुझे हैं, जीते भी तेरे लिए हैं, फिर भी
ज़िंदगी तुझे समझना इतना मुश्किल क्यूँ है..
समझने की कोशिश ना करूँ, मन नहीं मानता
और तुझे समझ पाऊँ, ये तू होने नहीं देती..
दिल के दरवाज़े खोलूं अगर, तो पलट कर कोई देखता तक नही,
जो बंद कर लूँ, तो दस्तकें जीने नही देती..
ज़िंदगी तुझे समझना इतना मुश्किल क्यूँ है....